आज की व्यस्त जीवनशैली में युवा पीढ़ी के बीच युरिनरी ट्रॅक्ट इन्फेक्शन [ Urinary Tract Infection ] एक आम समस्या और महत्वपूर्ण स्वास्थ्य मुद्दा बन गया है। यू टी आई एक जीवाणु संक्रमण के कारण मूत्र पथ की सूजन है जो गुर्दे, मूत्राशय, मूत्रवाहिनी और मूत्रमार्ग को प्रभावित कर सकती है। आज हम जानेंगे कि आखिर क्या कारण हैं कि युवा पीढ़ी में भी यूटीआई का संक्रमण देखा जा रहा है और इसके क्या उपाय हैं।

युवा पीढ़ी में UTI बढ़ने के कारण

स्वस्थ जीवनशैली का अभाव

आज की तेज़ रफ़्तार वाली दुनिया में, कुछ युवा पीढ़ी अपनी जीवनशैली में नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और हाइड्रेटेड रहने पर पर्याप्त ध्यान नहीं देते हैं और इससे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना मुश्किल हो जाता है जिससे मूत्र पथ के संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है।

शरीर को हाइड्रेट न रखना

युवा पीढ़ी के कुछ लोग समय पर पानी नहीं पीते हैं और कुछ लोग शरीर के लिए बेहद जरूरी पानी पीने की बजाय कैफीनयुक्त पदार्थ, शीत पेय और शराब का अधिक सेवन करते हैं जो शरीर के लिए बहुत हानिकारक है। इससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है और मूत्र पथ में संक्रमण हो सकता है।

स्वच्छता पर उचित ध्यान न देना

पुरुषों और महिलाओं दोनों को अपनी शारीरिक स्वच्छता पर पूरा ध्यान देना चाहिए और महिलाओं को भी मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता बनाए रखनी चाहिए। साफ-सफाई पर उचित ध्यान न देना भी यूटीआई का एक कारण हो सकता है।

यौन गतिविधि

संभोग के दौरान रोगाणु मूत्रमार्ग में भी प्रवेश कर सकते हैं और इससे यूटीआई की संभावना भी बढ़ जाती है।

मूत्राशय का अधूरा खाली होना 

नियमित रूप से पाणी न पीने और हाइड्रेटेड न रहने के कारण मूत्राशय पूरी तरह से खाली नहीं हो पाता है, जिससे मूत्र पथ में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

एंटीबायोटिक दवाओं का अनावश्यक उपयोग

युवा पीढ़ी के कुछ लोग संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए डॉक्टर की सलाह के बिना ही एंटीबायोटिक्स लेते हैं जो गलत है और गलत एंटीबायोटिक लेने से शरीर में प्राकृतिक बैक्टीरिया नष्ट हो सकते हैं।

यूटीआई से बचाव के उपाय

अपने शरीर के लिए पर्याप्त पानी पीने की आदत बनाएं

शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए हर दिन कम से कम आठ से दस गिलास पानी पिएं। शरीर को हाइड्रेटेड रखने से मूत्र पथ से बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद मिलती है।

स्वच्छता का पालन करना चाहिए

साफ-सफाई रखना पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए बहुत जरूरी है। पेशाब करने के बाद भी उचित स्वच्छता बनाए रखनी चाहिए।

संतुलित आहार एवं जीवनशैली

अपने आहार में फल, सब्जियां, प्रोटीन और फाइबर को शामिल करना बहुत जरूरी है, इसके अलावा नियमित योग और व्यायाम आपके शरीर के लिए जरूरी है और आपके शरीर को कम से कम छह से आठ घंटे की नींद की जरूरत होती है।

संभोग के दौरान रखे सावधानी

संभोग के दौरान स्वच्छता का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। उचित स्वच्छता बनाए रखने से यूटीआई और अन्य संक्रमणों से बचाव होता है।

समय पर पेशाब आना

कुछ लोग किसी कारणवश समय पर पेशाब नहीं कर पाते जैसे यात्रा करते समय , इसके कारण मूत्राशय खाली नहीं होता। यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मूत्राशय पूरी तरह से खाली हो जाए, अन्यथा यूटीआई होने की संभावना रहती है, इसलिए पेशाब समय पर करना चाहिए।

प्रोबायोटिक्स का उपयोग

शरीर को अच्छे बैक्टीरिया की आवश्यकता होती है जो प्रोबायोटिक्स के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है और इसके लिए दही , खट्टे फल या प्रोबायोटिक सप्लीमेंट का उपयोग कर सकते हैं।

डॉक्टर से संपर्क करें

हालाँकि UTI युवा पीढ़ी के बीच एक बढ़ती हुई समस्या है, लेकिन जीवनशैली में सही बदलाव करके हम खुद को यूटीआई से बचा सकते हैं। अगर आपको UTI के कोई भी लक्षण महसूस हों, तो आप यूरोलाइफ क्लिनिक में परामर्श के लिए जा सकते हैं।

About Dr. Irfan Shaikh – Best Urologist in Pune

डॉ. इरफान शेख, यूरोलॉजिस्ट और यूरो सर्जन (एमबीबीएस, एमएस (जनरल सर्जरी), एमसीएच यूरोलॉजी), पुणे के टॉप मूत्र रोग विशेषज्ञों में से एक हैं। यूरोलॉजी डिवीजन में डॉ. इरफान शेख गोल्ड मेडलिस्ट रह चूक हैं। डॉ. इरफान शेख सालों से मूत्र रोग स्वास्थ्य समस्याओं पर उपचार कर रहे हैं।